राजकीय महाविद्यालय रिड़कमार में अर्थशास्त्र विभाग और महिला प्रकोष्ठ के संयुक्त तत्वावधान में महिला दिवस के अवसर पर “महिलाओं का बागवानी में योगदान” विषय पर एक विशेष व्याख्यान आयोजित किया गया। इस अवसर पर रिहाडु राम (हॉर्टिकल्चर विशेषज्ञ) मुख्य वक्ता के रूप में उपस्थित रहे। कार्यक्रम का संचालन अर्थशास्त्र विभाग के प्रोफेसर हाकम चंद ने किया। महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ. युवराज सिंह पठानिया ने मुख्य वक्ता का स्वागत किया और विद्यार्थियों को बागवानी के क्षेत्र में उपलब्ध रोजगार और अवसरों के बारे में बताया। उन्होंने महिलाओं की इस क्षेत्र में बढ़ती भागीदारी को सराहनीय बताते हुए उन्हें आत्मनिर्भर बनने के लिए प्रेरित किया। मुख्य वक्ता रिहाडु राम ने अपने व्याख्यान में सरकार द्वारा बागवानी क्षेत्र में दी जाने वाली विभिन्न सहायता योजनाओं और अनुदानों की जानकारी दी। उन्होंने जैविक खेती और नगदी फसलों के महत्व पर चर्चा की और विद्यार्थियों को इस क्षेत्र में अपना भविष्य बनाने के लिए प्रेरित किया। उन्होंने बताया कि बागवानी केवल खेती का एक रूप नहीं, बल्कि यह एक लाभदायक और आर्थिक रूप से सशक्त क्षेत्र बन चुका है। इस अवसर पर विद्यार्थियों ने बागवानी से जुड़े प्रश्न पूछे, जिनका मुख्य वक्ता ने सरल और स्पष्ट शब्दों में उत्तर दिया। कार्यक्रम में महाविद्यालय के सभी शिक्षक, कर्मचारी और विद्यार्थियों ने उत्साहपूर्वक भाग लिया।
